Sunday, December 13, 2009

पहाड़ो में विकास भी हापने लगा है



दावे कुछ भो हो, लेकिन आकडो पर यकीन करे तो हर दावे की हवा निकलती नजर आती है. प्रदेश में विकास की रफ़्तार का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है की विकास योजनाओ के कुल बजट का अभी १६ फीसदी भी खर्च नहीं हुआ है. यह तस्वीर पुरे प्रदेश की है, जिलो की हालत तो और ख़राब है प्रदेश के जिलो में कई महकमे ऐसे है जिनोहने अभी तक बजट का एक पैसा भी खर्च नहीं किया है. ज्यादातर जिलो में तो सड़क-पुल, सिचाई, पर्यटन, महिला कल्याण, इंदिरा आवास, स्वर्ण जयंती स्वरोजगार आदि योजनाओ तक में एक भी रुपया खर्च नहीं हुआ. मुक्य सचिव ने इस स्थिति को खेदजनक बताया है. सरकारी भाषा में प्रदेश में व्यय की स्थिति संतोषजनक नहीं है. विकास योजनाओ के लिए बजट ४५२२.६३ करोड़ रखा गया है. सितेम्बर तक २०७३.१२ करोड़ की मंजूरी भी हो चुकी है लेकिन इस रकम में विकास योजनाओ पर अब तक मात्र ७१८.४३ करोड़ खर्च हुआ है. जिलो की स्थति तो यह है की वहा अभी तक कई छेत्रो में प्लान का पैसा खर्च ही नहीं हुआ है देहरादून में सड़क-पुल, जल-संसथान, स्वर्ण जयंती रोजगार योजना, लघु उद्योग, और दुग्ध विकास पर जिला सेक्टर का एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ है. येही स्थति पुरे प्रदेश की है, लेकिन दुरस्त जिलो चमोली और अल्मोडा की स्थति तो और भी ख़राब है. चमोली में १३ तो अल्मोडा में १७ विभागों में खर्च की स्थिति शुन्य है.

1 comment:

  1. चिंता मत करो भाई मार्च में सारा दिखा दिया जायेगा (खर्चा) ।

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